जैसे कि डिमेशिया गिरना, दौरा पड़ना और अस्थि क्षरण इत्यादि।
2.
आपके जरा से क्लीक करने से आपको मधुमेंह, थॉयराइड, मोटापा ठिगनापन, द्येद्या रोग, अस्थि क्षरण, सेक्स संबधित
3.
दयाराम आलोक 9926524852 ५ ० वर्ष की आयु के बाद शरीर की अस्थियां कमजोर होने लगती हैं, इसे अस्थि भंगुरता, अस्थि मृदुता या अस्थि क्षरण कहते हैं।
4.
एलोपैथ पद्धति में सिर्फ पेन किलर दवाएं ही दी जाती हैं, इसके साथ अस्थि क्षरण रोकने की भी, लेकिन इन दवाओं के लगातार उपयोग से लिवर और किडनी पर दुष्परिणाम सामने आते हैं।
5.
४ ५ की आयु के बाद जैसे ही प्रोढावस्था आती है तब हड्डिया कमजोर होने लगती हैं | | ३ ०-४ ० मिनिट नियमित टहलने और केल्शियम से भरपूर भोजन लेने से हड्डिया मजबूत बनी रहती है | और अस्थि क्षरण की आशंका कम हो जाती है |